वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-
प्रयागराज- बहरिया थाना क्षेत्र के सिकंदरा स्थित गाजी मियां की दरगाह पर महाराज सुहेल देव सम्मान सुरक्षा मंच के कार्यकर्ता चढ़ गए। हाथ में भगवा ध्वज लेकर कई कार्यकर्ता दरगाह के ऊपर खड़े होकर लहराते हुए जय श्रीराम का उद्घोष करने लगे। उन्होंने गाजी मियां की दरगाह को हटाने की मांग की।
सिकंदरा स्थित गाजी मियां की दरगाह पर प्रत्येक रविवार और बुधवार को रौजा का मेला लगता है। इसमें हजारों की भीड़ जुटती है। पुलिस-प्रशासन ने पिछले तीन रविवार से रौजा मेला पर रोक लगा दिया था।
इधर, नवरात्र की नवमी तिथि पर सुहेल देव सम्मान सुरक्षा मंच के कार्यकर्ता भगवा ध्वज लेकर वहां पहुंच गए। जय श्रीराम का उद्घोष करते हुए दरगाह के मुख्य द्वार पर चढ़कर भगवा ध्वज लहराने लगे। उन्होंने दरगाह हटाने की मांग की। इसकी जानकारी होने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सबको हटा दिया।
मानेंद्र सिंह की अगुवाई में निकले कार्यकर्ता-
बताया गया है कि रविवार दोपहर करीब तीन बजे मानेंद्र प्रताप सिंह की अगुवाई में महाराजा सुहेलदेव सम्मान मंच के दर्जनों कार्यकर्ता केसरिया झंडा लेकर दरगाह पर पहुंच गए। सभी दरगाह के बाहर प्रदर्शन करते हुए दरगाह को हटाने की मांग कर रहे थे। इसी बीच कुछ कार्यकर्ता दरगाह के ऊपर चढ़ गए और केसरिया झंडा लहराते हुए जय श्रीराम की नारा लगाने लगे। यह देख स्थानीय लोगों में खलबली मच गई।
भगवा झंडा फहराने के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल-
सूचना मिलने पर जब पुलिस वहां पहुंची तो प्रदर्शनकारी भाग चुके थे। कुछ देर बाद दरगाह पर भगवा झंडा लहराने और नारेबाजी का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ तो दरगाह कमेटी के अध्यक्ष ने इसका विरोध करते हुए मौके पर पहुंचे। तब तक एसीपी फूलपुर पंकज लवानिया, थानाध्यक्ष बहरिया महेश मिश्रा पुलिस बल के साथ पैदल गश्त करते हुए वहां पहुंच गए। उन्होंने लोगों से शांति-व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। एसीपी पंकज लवानिया का कहना है कि मामले की जानकारी मिली है, जांच की जा रही है। तहरीर मिलने पर मुकदमा कायम कर आवश्यक विधिक कार्रवाई की जाएगी।
तीन सौ वर्ष पुरानी है दरगाह-
गाजी मियां की दरगाह के अध्यक्ष सफदर जावेद के अनुसार दरगाह लगभग तीन सौ वर्ष पुरानी है। महमूद गजनवी के भांजे सैयद सालार मसूद गाजी की यह दरगाह है। इसकी मजार बहराइच में भी है। दरगाह पर बैशाख माह की पूर्णिमा और जेष्ठ माह के प्रथम रविवार को तीन दिवसीय ब़ड़ा मेला लगता है।
इसके अलावा हर शुक्रवार को मेला लगता है। इसमें कटरा मुहल्ला से एक व्यक्ति हरे वस्त्रों में आता जिसे दोमदार बोलते है। सिकंदरा स्थित दरगाह की भूमि की देखरेख करने वाले वफाती ने 1947 में उसे सुन्नी सेंट्रल वक्त बोर्ड को दान कर दिया गया। बोर्ड की ओर से दरगाह की देखरेख के लिए अध्यक्ष की नियुक्ति की जाती है।